मायाजाल बदले और प्यार का


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम नेहा है और में 32 साल की हूँ और में हाउस वाईफ हूँ। सेक्सवासना डॉट कॉम पर यह मेरी पहली कहानी है और यहाँ में मेरे साथ हुए अजीब सेक्स अनुभव को शेयर करना चाहती हूँ। ये 6 साल पहले की बात है, जब
मैंने पहली बार सेक्स का अनुभव किया था। आपको यह अजीब लगेगा कि मैंने कॉलेज के समय में सेक्स नहीं किया था और ना ही कॉलेज के बाद किया था और में ये चाहती थी कि मेरा पहला सेक्स मेरे पति के साथ सुहागरात में ही करूँ। मेरा
पहला सेक्स सुहागरात के दिन ही हुआ, लेकिन मेरे पति के साथ नहीं हुआ और यही ये कहानी है जो में आपको बताने जा रही हूँ। मेरी शादी 6 साल पहले अमित से तय हुई और में बहुत खुश थी, अमित एक कंपनी में काम करते थे और काफ़ी अच्छी
पोस्ट पर थे, लेकिन सब कुछ ठीक नहीं था। फिर सगाई हो जाने के 2 हफ्ते के बाद मुझे एक आदमी का फोन आया, उसने अपना नाम निखिल बताया और कहा कि अमित का और खुद का अच्छा चाहती हो तो कॉफी शॉप में मिलो। फिर मैंने सोचा कि किसी को बता
दूँ, लेकिन पहले मैंने यह तय किया कि पता तो चले कि ये कौन है? में डरपोक इंसान नहीं और मिलना भी तो कॉफी शॉप में ही था और आख़िर बात शादी की थी, तो मैंने बिना डरे उससे मिलने के लिए हाँ बोल दिया। फिर में निखिल नाम के लड़के
से मिली। वो मुझसे उम्र में बड़ा था, लेकिन वो चेहरे से ही नाराज़ इंसान लग रहा था। मैंने उससे पूछा कि आप कौन है और क्या बात है? फिर निखिल ने बताया कि वो अमित को जानता है और अमित उसके और उसकी पत्नी प्रिया के तलाक की वजह
बना हुआ है। ख़ैर तलाक तो तय ही था, लेकिन निखिल चाहता था कि उसके दोनों बच्चे उसके पास ही रहे, वो उसकी पत्नी के पास नहीं रहे। इन सब में मेरे मन में ये डर सताने लगा कि अमित मुझे छोड़ ना दे या फिर बाद में कोई प्रोब्लम ना
हो। फिर मैंने निखिल से कहा कि में पता करुँगी और अगर अमित किसी और के साथ खुश है तो अच्छा होता कि वो मुझे बता देता तो निखिल ने मुझे बीच में ही रोका और कहा अमित मेरी बीवी से प्यार नहीं करता है, वो और मेरी बीवी मिलकर एक
प्राइवेट कंपनी में स्कीम कर रहे है और इस वजह से उनका अफेयर था। फिर बाद में काफ़ी पैसा जमा करके मेरी बीवी ने एक अमीर लड़के को फँसा लिया है, अब वो अमित के साथ भी नहीं है। फिर मैंने निखिल से कहा जो भी है, लेकिन तुम क्या
चाहते हो? फिर निखिल ने कहा पहले तुम पता कर लो कि जो मैंने कहा वो सच है या नहीं और ये मेरी बीवी ने अमित के साथ प्राइवेट टाईम के फोटो संभाल कर रखे थे, जिनकी मैंने कॉपी बनवा ली थी, जिससे मुझे उससे अलग होने मे मदद मिले।
तुम अमित से पूछ लेना और जो भी तय करो वो मुझे ज़रूर बताना, ठीक है और में 2 दिन के बाद फिर कॉल करूँगा। फिर वो चला गया और मैंने शाम को अमित को कॉल किया तो हमेशा की तरह वो फ्लर्ट और प्यार की ही बातें हुई। फिर मैंने उससे
मिलने को बोला तो हम रात को मॉल में मिले। फिर मैंने अमित को बताया कि मुझे एक मैल मिला है, पता नहीं किसका है? लेकिन उसमें तुम्हारी और किसी और औरत की फोटो है। फिर मैंने वो फोटो अमित को दिखा दी। वो फोटो देखकर अमित थोड़ा
हैरान हो गया। फिर उसने कहा ये प्रिया थी जो उसके साथ ऑफिस में थी और अमित ने बताया कि उसका उससे एक नॉर्मल अफेयर हो गया था। फिर मैंने ज़ोर देकर पूछा कि तुमने कंपनी में कोई ग़लत काम किया था? फिर अमित ने कहा आज कल कौन
नहीं करता? बस इन सब से दूर एक बार हम ऑस्ट्रेलिया सेट्ल हो जाए। फिर अमित ने कहा सच कहता हूँ और वो अफेयर हो गया था, लेकिन सगाई के बाद मेरा किसी के साथ कोई रिश्ता नहीं है, तुम चाहो तो कॉल चेक कर लो या फिर मैल चेक कर लो,
आख़िर में 28 साल का हूँ यार समझा करो, सेक्स ना किया हो ऐसा तो हो नहीं सकता है। एक तरह से अमित सही था, उसने मुझे सगाई के वक्त भी बताया था कि उसके सम्बन्ध थे और कहा था कि अगर मेरे सम्बन्ध है तब भी उसे कोई प्रोब्लम नहीं
थी, हम दोनों चाहते थे की शादी के बाद हमारे किसी और के रिश्ते बर्दाश्त नहीं होंगे। फिर 2 दिन के बाद निखिल का कॉल आया और हम फिर से मिले, मैंने कहा अमित ने मुझे सब बता दिया, लेकिन वो उसका गुजरा हुआ कल था और इतना कह कर में
जाने लगी तो निखिल ने कहा कि वो गुजरा हुआ कल अभी ख़त्म नहीं हुआ और ना ही वो गुजरा हुआ कल ऐसा था जिसे में भूल सकूँ, मेरी पूरी फैमिली ख़त्म होने पर है। तो मैंने कहा कि मुझे दुख है, लेकिन में कुछ नहीं कर सकती। फिर उसने कहा
एक सी.डी को देख लो, तो मैंने निखिल से कहा कि अगर अमित और प्रिया की किसी मूवमेंट की सी.डी है तो मुझे नहीं देखनी, वो उसका गुजरा हुआ कल था। फिर निखिल ने कहा सी.डी तो अमित और प्रिया की ही है, लेकिन प्राइवेट मूवमेंट की नहीं,
स्कीम की है, अब में चौक गयी। फिर मैंने देखा तो पाया कि अमित ने काफ़ी बड़ी रकम में घोटाला किया था। फिर मैंने गुस्से में निखिल से कहा कि तुम मुझे ब्लेकमैल नहीं कर सकते। तो निखिल ने कहा कि में ब्लेकमैल नहीं करता और ना
ही चाहता हूँ, मुझे तो बस एक सौदा करना है। फिर मैंने निखिल से पूछा तुम क्या चाहते हो? तो निखिल ने कहा कि साफ बात है, ये बात मेरे क़ब्ज़े में है और अगर ये सी.डी प्राइवेट कंपनी के पास पहुँची तो उसकी जिंदगी तो ख़त्म समझो,
क्योंकि प्राइवेट कंपनी कैसे भी करके वो पैसे निकलवा ही लेगी और वो जैल की हवा खिलाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। में चाहू तो उनके साथ भी डील कर सकता हूँ, लेकिन इससे मेरा बदला पूरा नहीं होगा, मुझे 2 बातें चाहिए, पहली
ये कि अमित के साथ मेरी मारपीट हो चुकी थी और इस वजह से निखिल पर केस था, उसकी वजह से उसे बाहर का वीजा होने के बावजूद उसे जॉब नहीं मिल पा रही थी, तो वो केस हटवाओ और दूसरी बात शादी करने के बाद सुहागरात तुम मेरे साथ मनाओगी,
तो में चौक गयी। फिर मैंने कहा तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो कि में मान जाउंगी? तो निखिल ने कहा कि मुझे पता है तुम्हारे पास और कोई रास्ता भी नहीं है। तेरी बड़ी बहन जो अपने ससुराल से वापस आई है, उसकी भी तो निखिल के घर में
किसी बड़े इंसान से शादी हो रही है ना? तो शादी तो सिर्फ़ उसकी भी नहीं टूटेगी और वैसे तुम्हारी भी नहीं टूटेगी। फिर मैंने निखिल से कहा कि तुम्हारे ऊपर से केस हट जायेगा और तुम्हें क्या चाहिए? मेरी ज़िंदगी क्यों दाव
पर लगा रहे हो? तो निखिल ने कहा कि सही सवाल पूछा, तू खूबसूरत है, लेकिन बाज़ार में नई से लेकर पुरानी रंडीयों की कमी नहीं है, लेकिन अमित के वकील के कहने पर तलाक के केस में प्रिया ने मुझे नामर्द कहा था और लोग मुझ पर हँसते
थे और 2 बच्चो के बाद भी मेरे बच्चे किसी और की औलाद की गालियाँ खा रहे थे। में जानता हूँ ये करके में सबका मुँह तो बंद नहीं कर सकता और मुझे परवाह भी नहीं है, मुझे तो बस इतना चाहिए कि कम से कम में जब शीशे में देखूं तो में
खुद को नामर्द ना पाउँ और वो तभी होगा जब में बदला पूरा कर लूँ। मेरा वो बदला तब ही पूरा होगा, जब में अमित की बीवी यानी तुम्हें चोदूं और सुहागरात के दिन तुम्हारी चुदाई करूँ, तो मैंने कहा ये नामुमकिन है। फिर निखिल ने
कहा कि ऐसा नहीं है, मैंने पता किया था कि तुम मेडिकल प्रोफेशन से जुड़ी हो और मुझे पता है कि उसे कैसे सुलाना है बाकी बातें तो तुम सोच ही सकती हो और नहीं सोचा तो ख़ैर जैल में जब उससे मिलने जाओ तब सोच लेना और मुझसे डील
करनी हो तो मुझे बताना, मुझे कुछ भी ज़ोर जबरदस्ती नहीं चाहिए और में कुछ ज्यादा नहीं माँग रहा हूँ। उसकी बातों से अब में परेशान थी, क्या करूँ कुछ पता नहीं चल रहा था? घर पर बात करने से कोई फ़ायदा नहीं था, लेकिन मैंने
शादी को टालने की एक कोशिश भी की, जो नाकाम ही रही, लेकिन कुछ भी तय करने से पहले मुझे सिक्यूरिटी चाहिए थी, फिर मैंने निखिल को कॉल किया और हम उसी कॉफी शॉप में मिले। फिर मैंने उससे पूछा कि क्या गारंटी है कि तुम मुझे बाद
में परेशान नहीं करोंगे? तो उसने कहा कि तुम्हें मुझ पर भरोसा तो करना ही होगा। में यहाँ बैरोजगार बैठा हूँ क्योंकि मुझ पर केस है, अगर में कुछ और ऐसा करता हूँ तो तुम और तुम्हारा परिवार तो मुझे छोड़ेगा ही नहीं, हमने कॉल
पर बात की है, और यहाँ इस कॉफी शॉप के सीसी टीवी कैमरे में हम दोनों आ गए है। तुम अगर मुझ पर केस कर दोगी तो में तो बच्चो से भी हाथ धो बैठूँगा और मेरा करियर भी ख़राब हो जायेगा, तो तुम्हें कुछ नहीं खोना सिवाय एक रात के। फिर
मैंने बहुत सोचा और उस सौदे के लिए हाँ कह दी। फिर मैंने कुछ और पेपर इंश्योरेंस माँगे, जो वो देने को तैयार हो गया था। कुछ पेपर्स उसने 2 दिन में मुझे दे भी दिए। फिर मैंने अमित को केस वापस लेने के लिए ये कह कर राजी कर लिया
कि हमें भी तो भविष्य में बाहर जाकर सेट होना है और वो मान भी गया। अब सुहागरात की बात जो मेरी सपनों की रात थी, मुझे उसी के बारे में सोचना पड़ रहा था और अच्छे भविष्य के लिए ग़लत काम करना पड़ रहा था। फिर मैंने अमित को एक
टूरिस्ट आइसलेंड पर एक फाईव स्टार होटल में हनिमून के लिए राजी कर लिया। फिर हमारी शादी हुई और अब हम उसी शाम को फ्लाइट पकड़कर हनिमून और सुहागरात के सुनहरे सपनों के साथ निकल आए, हालाँकि में जानती थी कि ये कोई सुहावना
सपना नहीं है, ये मेरे लिये हमेशा का दर्द बनने वाला था। अमित को शराब की बहुत बुरी आदत थी और वो जल्दी से उस पर चढ़ जाती थी और आज यही आदत मेरे काम में आने वाली थी। फिर मैंने फ्लाईट में भी उसे शराब पीने से 2 बार से ज्यादा
नहीं रोका। फिर जब हम होटल में गये, तब भी उसने शराब मंगवाई और मैंने उसी शराब में नींद की गोलियां मिला दी थी ताकि वो कम से कम 24 घंटे तक गहरी नींद में सोता रहे, जिससे कि हमारे आने वाले कल पर इस काली रात की कोई छाया ना रहे।
अब अमित पहले नशे में और बाद में गहरी नींद में था, अब निखिल उसी शहर में था। फिर मेरे कॉल के बाद वो वहां आ गया। ये फाईव स्टार होटल था, जिसमें 3 कमरे थे और एक बड़ा हॉल था। फिर मैंने दरवाजा खोला और निखिल अन्दर आ गया, अब
अमित विंडोवाले कमरे में था तो मैंने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया और अब में डर रही थी, कि अब क्या होगा? अब निखिल पहले तो मुझे सारे बाकी के पेपर्स और सी.डी और सब कुछ देने को तैयार था और फिर निखिल ने कहा चलो अब मेरी दूसरी
माँग पूरी करो। तो मैंने कहा हाँ तुम्हें जो करना हो कर लो, फिर निखिल ने कहा ऐसे नहीं मैंने कहा था ना सुहागरात को तुझको चोदना है, पता नहीं तू वर्जिन है या फिर पहले ही किसी का ले चुकी है, लेकिन आज की रात तो तुझे मेरी
दुल्हन बनना पड़ेगा और तुम तो नाईट ड्रेस में हो, पहले शादी का जोड़ा पहनो, तभी सारे पेपर और सीडी मिलेगी। अब में अमित की दुल्हन को चोदना चाहता हूँ, उसकी बीवी को नहीं, तो अब मेरे पास कोई रास्ता नहीं था। दोस्तों ये कहानी
आप सेक्सवासना डॉट कॉम पर पड़ रहे है। फिर मैंने शादी का जोड़ा पहना और सारे पेपर्स और सी.डी को लॉकर में रख दिया। अब हम उस सुहागरात वाले सजाए हुए कमरे में थे। फिर निखिल ने मुझे किस करना शुरू किया। मैंने पहली एक बार
कॉलेज में ऐसा किया था और उसके बाद में कभी नहीं किया था, ये सच में बहुत अलग अनुभव था। अब निखिल बहुत जोश मे जीभ से स्मूच कर रहा था। फिर उसने मेरे पास खड़े होकर कहा कि मेरी पेंट उतारो, अब में थोड़ी सहमी हुई तो पहले से थी।
फिर निखिल ने कहा अब कोई और नखरे मत करो दुल्हन से रंडी बनाकर चोदना है। फिर मैंने उसकी पेंट उतारी, उसने अन्दर बॉक्सर पहनी थी, तो मैंने उसे भी उतार दिया और मैंने पहली बार किसी मर्द के लंड को इतने पास से देखा था। में तो
उसके काले नाग को देखकर ही डर गयी थी कि अभी इतना बड़ा है तो बाद में कितना बड़ा होगा। अब निखिल ने कहा कि अब शरमाओ मत, आज रात यही तुम्हारी कहानी लिखेगा, इसे अपने मुँह में लो और निखिल ने झट से उसे मेरे मुँह में डाल
दिया। मैंने मेरी लाईफ में पहली बार लंड को चूसा था, उसका काफ़ी बुरा स्वाद था। फिर वो मेरे होंठो पर किस करने लगा। अब में सांस भी नहीं ले पा रही थी, लेकिन उसे दया भी नहीं आ रही थी। अब मेरी आँखो से पानी निकल रहा था और अब
निखिल का लंड तनकर 9 इंच का हो गया था, एकदम लम्बा मोटा 9 इंच का आयरन रोड, जिसे देखकर ही मुझे डर लगता था। अब निखिल मेरे मुँह को अपने मुँह में दबाकर चोद रहा था और मेरी आँखो में से आँसू निकल रहे थे, क्योंकि उस समय में सांस
भी नहीं ले पा रही थी और उस वक़्त में शादी के जोड़े में ही थी। अब निखिल ने मेरे गहने उतार दिए, फिर मेरा लहंगा भी निकाल दिया और अब मेरा ब्लाउज भी उतार दिया, अब में ब्लाउज और ब्रा में थी। उस वक़्त लाईट भी चालू थी और निखिल
भी नहीं चाहता था कि लाईट बंद करके ये सब हो, अब निखिल पूरा नंगा था और उसकी बॉडी बहुत कसी हुई और टाईट थी। अब वो मुझे सहमा देखकर हंसने लगा और मुझे पलंग पर धक्का देकर गिरा दिया और खुद मेरे ऊपर चढ़कर उसका 9 इंच का काला नाग
मेरे मुँह में घुसा दिया। फिर काफ़ी देर तक मैंने उसके लंड को चूसा, अब वो मेरी ब्रा को फाड़कर खींचने की कोशिश करने लगा। मैंने कहा कि निखिल ऐसा मत करो, में अपने पति को क्या जवाब दूँगी? तो निखिल ने कहा ठीक है, लेकिन एक ही
शर्त पर तुम रंडी की तरह चुदवाओ, इस तरह से सब कुछ मुझे ही करना है तो में जैसा चाहूँगा वैसा ही करूँगा। फिर मैंने पूछा लेकिन कैसे? तो निखिल ने मुझसे कहा कि बोलो में रंडी हूँ, मुझे तुम्हारा लंड चाहिए, मेरी प्यास बुझा दो,
ऐसे ही कहो वरना में वही करूँगा और काटूंगा भी। अब मेरे पास और कोई रास्ता नहीं था, तो मैंने पहले कभी ऐसा नहीं बोला था, लेकिन उस रात बहुत कुछ पहली बार ही हो रहा था, तो मैंने वैसा ही किया और कहा कि निखिल मुझे चोदो, में
तुम्हारे लंड की प्यासी हूँ और मैंने खुद ब्रा निकाल दी और ब्लाउज भी और पेंटी भी निकाल दी। अब निखिल तो जैसे खुशी के मारे पागल हो गया था और वो मेरे बूब्स पर टूट ही पड़ा और उन्हें ऐसे मसलने लगा, जैसे वो कई सालों का
प्यासा था। फिर मुझे भी अच्छा लगने लगा था। अब मेरे बूब्स के निप्पल टाईट होने लगे थे, फिर निखिल ने कहा कि साली कुत्तिया आज में तेरी चूत को भोसड़ा बनाऊंगा, तेरे पति का लंड तेरी चूत की जगह भरने से कम पड़ जायेगा। अब वो मेरे
पूरे बदन को चाटने लगा था और में भी उसका लंड बीच-बीच में चूस लेती थी। अब उसने मुझे सीधा लेटाया और मेरी चूत को चाटने लगा, अब में भी गर्म हो चुकी थी और मेरी चूत से पानी आने लगा था तो निखिल बोला कि साली तू तो पक्की रंडी
बनेगी, अपनी चूत गीली कर ली है, एकदम मुलायम चूत है, कभी लंड नहीं लिया क्या? तो मैंने कहा नहीं कभी नहीं लिया। तो निखिल ख़ुशी से बोला क्या बात है? रानी अब देख में सिर्फ़ अमित की दुल्हन को ही नहीं चोद रहा हूँ, तुझे भी एक
लड़की से औरत बना रहा हूँ। मेरे लंड को तू कभी नहीं भूलेगी और उसने उसका 9 इंच का सख्त लंड मेरी चूत के आस पास रगड़ना और पीटना शुरू कर दिया। अब वो बार बार अपने लंड को मेरी चूत पर रखता और रगड़कर वापस ले लेता। अब मुझसे भी रहा
नहीं जा रहा था तो मैंने कहा कि चोदो मुझे निखिल, तड़पाओ मत, अगर असली मर्द हो तो चोदो मुझे और ये सुनकर निखल ने बिना कंडोम के ही सीधा उसका लंड मेरी चूत में डाल दिया ओहाआआआआआअहह मेरी तो चीख ही निकल गयी और चक्कर आ गये। अब
मेरी आँखो के आगे अंधेरा छा गया था, फिर उसने सिर्फ़ एक ही शॉट में काफ़ी ज़ोर से उसका लंड मेरी चूत के अंदर घुसा दिया, तो थोड़ा खून भी बहा, लेकिन वो मुझे जानवरों की तरह ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाते हुए चोदता रहा तो में रो
पड़ी, लेकिन उस जानवर को कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था। फिर कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद उसने मुझे वहां छोटी टेबल थी उस पर बैठाया और मेरी चूत में लंड डाल दिया ओहाआहह और फिर उसने मुझे उठा लिया और अब वो मुझे द�