छोटी बहेन की जम के चूत मारी

मेरे घर मैं – मम्मी, पापा, मैं, दीदी और छोटी बहेन है ये कहानी ५ साल पुरानी जब मैं 21 साल का और मेरी छोटी बहेन रिया 18 साल की थी. मैं उस समय कॉलेज मैं था और रिया 11त मैं. रिया दिखने मैं ग़ज़ब माल है, ६’5” दूध जैसी स्किन और उसका
फिगर 34-28-36. कॉलोनी का हर मर्द, बूढ़ा उसे चुदाई की नज़र से देखता था वैसे मैने कभी भी उसकी तरफ बुरी नज़रो से नही देखा था पर जबसे मैने सेक्सवासना पे बहें की चुदाई वाली स्टोरीस पड़ना शुरू किया मेरे दिमाग़ मैं उसके लिए बस
सेक्सी ख़याल आने लगे और मैं बस यही सोचता रहा की उसे कैसे चोदु और जब भी मैं उसे देखता मेरा 8” लंबा लंड तंन जाता. हम हमेशा से ही काफ़ी फ्रॅंक थे पर कभी सेक्स के बारे मैं बात नही की थी, लेकिन जबसे उसे चोदने का दिमाग़ मॅन
मैं आया मैं किसी भी बहाने से उसके मुममे और गांद चुने लगा. हलकी मुझे दर्र भी लगता था की वो कही घर पे किसी को बता ना दे, मगर मुझसे अब काबू नही हो पा रहा था और मैं उसे चोदने के मौके की तलाश मैं था जो बहुत जल्दी मुझे
मिला.अचानक मेरी दादी की तबीयत कुछ बिगड़ गयी और मेरे मम्मी पापा को गॅव जाना पद गया.अब घर मैं हम 3 भाई-बहें अकेले थे.मेरी बड़ी बहेन दीपिका को हुमे स्महालने की ज़िम्मेदारी मिली, वो उस समय 23 साल की थी और नौकरी कर रही थी.
मम्मी पापा के ना होने की वजे से उसे अपनी सहेलियों के साथ मज़े से घूमने की आज़ादी मिल गयी थी. सॅटर्डे को वो सुबह निकल गयी और बोली की शाम तक वापस आएगी. इससे अछा मौका मुझे नही मिल सकता था.रिया नहाने चली गयी और मैने
प्लान के मुताबिक अपने रूम मैं जाके लॅपटॉप पे पॉर्न चालू कर दी और जान कर दरवाज़ा बंद नही किया और अब बस मैं इंतेज़ार करने लगा. थोड़ी देर मैं बातरूम का गेट खुलने की आवाज़ आई और जैसे ही मुझे रिया के कदमो की आवाज़ सुनाई
दी मैं इयरफोन्स लगाके मूठ मारने लगा.रिया ने मेरा दरवाज़ा खटखटाया पर मैने कोई रेस्पॉन्स नही दिया और वो अंदर आ गयी. मुझे मूठ मारते देख वो चौंक गयी और मैं भी पकड़े जाने की आक्टिंग करने लगा. मैने लॅपटॉप की स्क्रीन बंद
की और अपनी पॅंट एकद्ूम से उपर कर दी. इतने मैं वो वाहा से चली गयी और टीवी देखने लगी. मैं वहाँ गया और एक चेर लेकर बैठ गया.
मे: “सॉरी”
रिया चुप रही
मे: “सॉरी यार, प्लीज़ मम्मी पापा को मत बताना”
रिया: “ओक”
मे:
“यार मुझे पता नही था की रूम खुला है”
रिया: “ओक..मैं मम्मी पापा को नही बतौँगी”
मे: “थॅंक्स”
फिर कुछ देर बाद
मे: “वैसे ये बिल्कुल नॉर्मल है, सब करते हैं”
रिया: “मैने बोला ना की मैं मम्मी पापा को नही बतौँगी,
मुझे इस बारे मैं बात नही करनी” मे: “तू पॉर्न देखती है?”
दोस्तों ये कहानी आप सेक्सवासना डॉट कॉम पर पड़ रहे है। रिया: “भाय्या तेरा दिमाग़ खराब हो गया है क्या?”
मे: “अरे मैने बोला ना, इट्स नॉर्मल, सब करते है….और
वैसे भी हम लगभग हर बारे मैं बात करते है बुत सेक्स को छोड़ के”
रिया: “क्यूंकी हम भाई-बहें है”
मे: “तो क्या हुआ, वी अरे लीके बेस्ट फ्रेंड्स, इस बारे मैं बात करना कोई ग़लत नही है. बता ना तू पॉर्न देखती है?”
रिया:
“हन”
मे: “कब से?”
रिया: “पिछले साल से…सहेली ने दिखाई थी”
मे: “कौनसी सहेली?”
रिया: “लीना ने”
लीना मेरे सबसे आचे दोस्त राहुल की छोटी बहें है, राहुल मेरे साथ कॉलेज मैं पड़ता था और लीना रिया के साथ स्कूल
मैं मे: “ओक…तेरा ब्फ है?”
रिया: “तू पागल हो गया है क्या? नही है”
मे: “आबे इट्स ओक, है तो बता दे, कोई प्राब्लम नही है”
रिया: “नही है….तेरी गफ़ है?”
मे: “नही“
आफ्टर आ स्लाइट पॉज़ “तू किसी से चूड़ी है?”
रिया:
(गुस्से मैं) “क्या?”
मे: “तू किसी लड़के से चूड़ी है अभी तक?”
रिया: “मैने बोला ना मेरा कोई ब्फ नही है”
मे: “उसके लिए ब्फ की क्या ज़रूरत है? लड़कियों को लड़को की कमी थोड़ी होती है और वैसे भी तू तो दिखती भी अची है
तेरे पीछे तो काफ़ी लड़के होंगे”
रिया: “भाय्या, अब कुछ ज़्यादा हो रहा है…मुझे ये सही नही लग रहा”
मे: “अरे यार, बस बात ही तो कर रहे है. तू मेरी बहें है, मुझे तेरी फिकर है. मैं नही चाहता की किसी प्राब्लम मैं फस जाए और
आज नही तो कल ये सब हर कोई करता है.तू मुझे बता सकती है, मैं किसी को नही बतौँगा. बता ना, चूड़ी है क्या?”
रिया: “नही….तूने किया है?”
मे: “क्या किया है?”
रिया: “तुझे पता है मैं क्या पूछ रही हू”
मे: “आबे शर्मा मत. मैं
तेरा भाई हू. आराम से पूछ”
रिया: “तूने सेक्स किया है?”
मे: “नही यार, लड़को की इतनी अची किस्मत नही होती लड़कियों के मामले मैं. ह्यूम हाथ से ही काम चलना पड़ता है”
रिया: (हेस्ट हुए) “हन, वो तो देखा मैने”
मे: “हन हन,
लेले मज़े….वैसे तेरा चूड़ने का मॅन तो करता होगा?”
रिया: “हन…मगर लड़को के दिमाग़ मे बस एक ही चीज़ होती है और मुझे वो सही नही लगता”
मे: “ह्म….तो फिर कैसे काम चलती है?”
रिया: “तेरी तारे”
मे: “हहा….वैसे लास्ट
टाइम मेरा काम पूरा नही हो पाया तेरी वजे से”
रिया: “अभी जाके करले”
मे: “साथ मैं करे?”
रिया: “क्या?”
मे: “साथ मैं पॉर्न देखे?”
आएओी: “नही”
मे: “अरे देखते है ना…अब तो हम एक दूसरे के बारे मैं पता ही है….अगर
अजीब लगा तो रुक जाएँगे”
रिया: “ठीक है”
अब मैने अपने लॅपटॉप पेर पॉर्न स्टार्ट कर दी. कुछ ही देर मैं रियाई के चेहरे पर सॉफ दिख रहा था की उसे मज़ा आ रहा था. फिर मैने अपना तन्ना हुआ लंड पंत से निकाल लिया और हिलाने
लगा. रिया की नज़र अब मेरे लंड पर थी. मैने उसका हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया. अब वो धीरे धीरे मेरा लंड सहलाने लगी.मैं उसका सर पकड़ के अपने लंड के करीब लाया और उसके होठ अपने लंड के करीब ले गया. उसने अपना मु खोला और
मेरे लंड को चूसने लगी और मैं उसके बूब्स दबाने लगा. लगभग 5 मिनिट लंड चुसवाने के बाद मैने उसके कपड़े उतरना शुरू कर दिए. थोड़ी ही देर मैं हम एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे थे. क्या नज़ारा था. उसके जैसे हुस्न की पारी
मैने आज तक नही देखी थी. फिर मैने छोटी बेहन की की टांगे फेलाई और बेहन की वर्जिन चूत चाटने लगा. बेहन की चूत पहले से ही काफ़ी गीली हो रखी थी. पहली बार चूत चटवाने का मज़ा मेरी बहें सेक्सी आवाज़े निकाल के ले रही थी
दोस्तों ये कहानी आप सेक्सवासना डॉट कॉम पर पड़ रहे है।“ह्म्‍म्म्मममम आआअहह ऊऊओह अहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स”. अब मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था और मैने अपना लंड बहेन की वर्जिन चूत के उपर रख दिया. ये देख के उसने
मुझे रोखा और अपनी चूत अपने हाथों से छुपा ली.
रिया: “भाई क्या कर रहा है?”
मे: “रिया, करने दे प्लीज़”
आश्ऱिय: “नही भाई, बाकी सब ठीक है पर ये नही”
मे: “यार हम दोनो का मॅन है और हम दोनो ही वर्जिन है, तुझे तो लड़के
मिल जाएँगे, मेरा क्या होगा? प्लीज़ डालने दे”
रिया: “पर कॉंडम भी नही है…अगर कुछ हो गया तो?”
मे: “कुछ नही होगा, मैं जाके पिल्स ले अवँगा…वो खा लेना कोई कॉंप्लिकेशन नही होगी”.
उसके बाद रिया ने अपना हाथ हठाया और
मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत पे रखते हुए बोली “भाय्या तोड़ दे मेरी सील” ये सुनते ही मैने ज़ोर से धक्का मारा और मेरा 1/3र्ड लंड उसकी चूत मैं चला गया और उसकी चीख निकल गयी.
मैने अपने हाथ से उसका मु बंद किया और कुछ देर मैं
दूसरा धक्का लगा दिया.रिया दर्द के मारे झटपटाने लगी और उसके आँसू निकालने लगे. वो अपनी आँखों से मुझे रुकने तो कहने लगी पर अब मैं नही रुकने वाला था और तीसरे धक्के के साथ मेरा पूरा लंड उसकी चूत मैं समा गया. उसकी आँखों
से आँसू और चूत से खून बहने लगा.कुछ समय तक मैं वैसे ही रहा और जब उसका दर्द तोड़ा कम हुआ और मैने अपना हाथ उसके मूह से हटा लिया और पूछा “अब कैसा लग रहा है?” वो बोली “दर्द चला गया”. मैं तीरे तीरे अपना लंड अंदर बाहर करने
लगा और अपनी प्यारी बहेन की चुदाई शुरू कर दी. अब रियाई को भी मज़ा आने लगा था और वो मुझे उसे चोदने के लिए उकसा रही थी “आआआः एस्स भाय्या और तेज़….बहुत मज़ा आ रहा है आआअहह आआ आहह आआअहह आअहह”. उसकी चूत जैसे जन्नत थी, किसी
को चोदने मैं इतना मज़ा मुझे आज तक नही आया. वो जल्दी ही झाड़ गयी. मैं तोड़ा एक्सपीरियेन्स्ड बंदा था और उसे काफ़ी देर तक चोद्त रहा और आख़िर मैं उसे राजधानी की रफ़्तार से चोद्ते हुए बेहन की चूत मैं झाड़ गया और उसके
बगल मैं अधमरा गिर गया. कुछ मिनिट ह्यूम अपनी साँस काबू करने मैं लग गये. और फिर मैं बोला
मे: “कैसा लगा?”
रिया: “वाउ…अगर पता होता की चुदाई मैं इतना मज़ा आता है तो कब की चुद लेती”
मे: “कोई बात नही…सब्र का फल मीठा
होता है. और अब तो बंदा हाज़िर है, जब मॅन करे चुद सकती है”
रिया: “वैसे तू वर्जिन नही है ना?”
मे: “क्यूँ?”
रिया: “क्यूंकी कोई वर्जिन इतना देर नही चोद सकता”
मे: “तुझे बड़ी नालेज है…चोरी पकड़ी गयी…तू नाराज़
है?”
रिया: “बिल्कुल नही…लेकिन तुझे मुझे सब कुछ बताना पड़ेगा”
मे: “ज़रूर. लेकिन अभी कहानी सुन्नी है या मौके का फयडा उठना है? वापस चुदेगि?”
उस दिन मैने अपनी छोटी बहेन को कई बार चोदा. शाम को दीदी घर आ गयी. अगले
दिन भी दीदी हूमे इसी तारे अकेला छोड़ के चली गयी और हुँने घूब मज़े किए. कुछ दिन बाद मम्मी पापा वापस आ गये. लेकिन ह्यूम जब भी मौका मिलता हम अपना मस्त चुदाई करते.