सेठानी की जवानी हुई बेकाबू

यह कहानी है एक आमिर घर के सेठ की जिसने एक छोटी उमर की लड़की से शादी करी . सेठ काफ़ी आमिर था ओर उसकी उमर करीब 55-60 के बीच होगी उसके घर पे हर कम के लिए नौकर रखे हुए थे उसकी उसकी पत्नी का नाम स्वेता था ओर अवी 24-25 साल की होगी
.सेठ ने अपने पैसे के दम पे शादी तो कर ली थी पर इश्स उमर मे लॅंड उसका साथ ना दे सका जिसके कारण स्वेता की वासना पूरी ना हो सकी .सेठ की नमार्दगी से तंग आंकर स्वेता ने अपनी घर की एक नौकरानी जिसका नाम रानी था उसके साथ
मिलके छुड़ाने का प्लान बनाया .रानी पहले से बहुत बड़ी चुडकड़ थी उसे घर के सारे नौकर छोड़ते थे ओर सेठ ने भी उसे कितनी बार अपनी जवानी मे छोड़ा होगा . स्वेता ओर रानी ने प्लान बनाया ओर घर के चोकीदार को सेट काइया चुदाई
करवाने क लिए .चोकीदार का नाम रमेश था वो काफ़ी ज्यदा मेहनती ओर कम उमर का था उसकी उमर यही करीब 27 साल होगी स्वेता उसके सरीर के मे फुर्ती ओर तंदुरस्ती देख के उसे छुड़वाने का प्लान बनाया था .रानी रमेश को बुला के स्वेता क
पास ले आई ओर रमेश दर गया था कही मालकिन ने उसेरात को ड्यूटी पे सोते हुए ना देख लिया हो इसलये बुला रही होंगी वो स्वेता क सामने मूह नीचे किए हुए खड़ा था स्वेत ने उसे कहा तुम्हे ह्मारा एक कम करना होगा .रमेश डरते डरते
बोला क्या करने होगा में साहेब. स्वेता ने कहा तुम्हे हम दोनो की चूत का आग बुझानी होगी यह सुनके रमेश के होश उडद गये ओर वो पानी पानी हो गया उसे कुछ कहा नही जा रहा था उसने डरते हुए कहा में साहेब क्यू मेरे से यह पाप करवा
रही हो ..स्वेता कहती यह कोई पाप नही है अपने मलिक की सेवा करने के लिए तुम्हे यहा रखा गया है अगर तुम नही क्रोगे तो तुम्हे कम से निकल देंगे .रमेश दर गया क्यूकी वो बहुत ग़रीब था ओर उनपेध होने के कारण उसे कोई ओर कम नही
मिलता था वो माफी माँगने वाला स्वेता ने खा च्लो अपनी पेंट उतरो ओर हुँने अपने लॅंड दिखाओ .रेमेश धीरे धीरे अपनी पेंट उतर्न लगा ओर रानी ने जाकर रूम को अंदर से बंद काइया फिर स्वेता ने रानी ओर रैेश को कहा जल्दी से अपने
कपड़े उतार के मेरे बेड पे आ जाओ रानी ओर रमेश नंगे होके स्वेता मालकिन के बेड पे गये तभी स्वेता ने अपनी सलवार उपर की ओर रमेश को बोला ले इसको छत ओर आचे से सॉफ करके छत इसकी प्यसस तूने आज बुझानी है रमेश अपनी मलिकिन के
टॅंगो मे मूह डाला ओर पेंटी उतार के उसकी चिकनी चूत को चाटने लगा वही दूसरी तरफ रानी स्वेता मालकिन की मोमो की मालिश कर रही थी . स्वेता उसकी चूत मे उंगली डालके रानी को गरम कर रही थी . रमेश के दर दर के चाटने की वेजेह से
स्वेता को मज़ा नही आ रहा था उसने रानी को कह के दूध माँगाया ओर उसमे 2-3 जोश की गोलिया दल के रमेश को कहा पीने के लिए.फिर रमेश को अपने चुचे को चूसने को कहा ... रम्मेश के सकत हाथ स्वेता के मोमो को निचोड़के उसका रस्स पी रहा था
स्वेता को अब धीर्रे धीरे मज़ा आने लगा आंड रमेश पे व अब जोश की गोलियो का असर होने लगा था . रानी स्वेता की चूत छत रही थी ओर रमेश उसके चुचियो को चुस्स रहा था .स्वेता अब यूर जोश मे आ गयी थी . उसकी चूत का पानी झड़ने लगा था
उसने रमेश का लॅंड मूह मे लिया ओर चूसने लगी ,..रमेश का लॅंड 9 इंच का मोटा लॅंड उसके मुहह मे पूरा भर गया ओर खूब चूसा .रानी व स्वेता मालकिन क साथ रमेश का लॅंड चुस्स रही थी ..करीब 30मिंट खूब चूसने के बाद रमेश उन दोनो के मूह पे
ही झाड़ गया ओर दोस्तों ये कहानी आप सेक्सवासना डॉट कॉम पर पड़ रहे है। बैठ गया पर वो दोनो रंडियो को प्यसस कहा बुझाने वाली थी .वो रमेश के लॅंड को डुसब्रा खड़ा करने के लिए लगातार उसके लॅंड को चुसेजा रही थी .. स्वेता महा
रंडी थी वो अपनी चूत को ले जाके रमेश के मूह मे रख के उसको अपनी चूत मे दबा कर चटवा रही थी .. रानी ने रमेश का लॅंड खड़ा कर दिया था .आगे की कहानी कैसे रमेश ने उन दोनो की चूत फादी ओर सेठ को उनके इश्स कारनामे के बारे मे पता चला
तो क्या हुआ जाने आगे की कहानी मे तब तक के लिए पेड्ते रहिए. सेक्श्वसना की कामुक हिन्दी सेक्स स्टोरी
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